STORYMIRROR

Ashfia Parvin

Tragedy

4  

Ashfia Parvin

Tragedy

जादुई है यह जहाँ

जादुई है यह जहाँ

1 min
471

जादुई है यह जहाँ  

हाँ,सच में जादुई है यह जहाँ  

जहाँ पे पल पल पे लोग बदलते रहते हैं 

कल तक जो लोग तुम्हे याद करते थे 

आज वही लोग तुम्हे पूछते तक नहीं 

वाह!कितनी जादुई है यह जहाँ ।


जादुई हैं यह जहाँ  

हाँ,सच में जादुई हैं ये जहाँ  

जब तक तुम्हारे पास पैसा है

तब तक लोग पूछेंगे भाई कैसा है 

जब तुम्हारे पास कुछ भी नहीं 

तब खून के रिश्ते भी अलग हो जाएंगे

वाह!कितनी जादुई हैं यह जहाँ  


जादुई हैं यह जहाँ  

हाँ,सच में जादुई हैं यह जहाँ  

जहाँ पे बसा करता था एक बस्ती 

जहाँ पे लोग करते थे मस्ती

आपस में मिलजुल कर रहते थे 

और काम में हाथ बंटाते  थे 

आज वही बस्ती बन गया बंदीघर 

आज लोग अपने घर पर रहते हैं 

और पैसों का गरम दिखाते हैं 

वाह! कितनी जादुई हैं यह जहाँ  


जादुई हैं यह जहाँ  

हाँ, सच में जादुई हैं यह जहाँ  

जहाँ पे भरोसा बनाने के लिए एक साल लग जाते हैं 

वही भरोसा तोड़ने के लिए एक पल भी नहीं लगती 

वाह!कितनी जादुई हैं यह जहाँ  


जादुई हैं यह जहाँ  

जादुई हैं यह जहाँ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy