सबसे पवित्र है आँसू..!
सबसे पवित्र है आँसू..!
अग्नि/ वायु/ जल
और राख सभी पवित्र हैं
पर..
सबसे पवित्र है आँसू
जो गहरी संवेदना का सूचक है...!
और हाँ..
पता है..
सबसे पहले पवित्रता पर ही ऊँगली उठती है..
जानते नहीं क्या..?
माता सीता को बार बार अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा..!
महलों का सुख त्याग वनाश्रम में
गुजर करना पड़ा
और अंततः
पुनः एक दिन
माँ के गोद में समाना पड़ा..!
द्रोपदी को भी
कई कई बार अपमान का जहर पीना पड़ा..
अधिक क्या सोचना
कृष्ण दिवानी मीराबाई को भी
ज़हर का प्याला पीना पड़ा
महल को क्या छोड़ा
जाने कितनों का ताना सहन करना पड़ा..
हाँ..!
उदाहरण तो बहुत हैं अभी पर..
किन किन को बताऊँ कि..
क्या क्या सहना पड़ता है
इन आँसूओं को भी..!