अजनबी रहना हैं
अजनबी रहना हैं
कुछ ऐसे लोग होते हैं जो अपनी खुद की पहचान बना पाते हैं
कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो दुनिया से औंझाल अजनबी बने रहते हैं
दोनों ही होते हैं अच्छे लोग, जो लोगों की मदद करते हैं
पर कोई अपना पहचान बताता हैं और कोई अजनबी बने रहते हैं।
यह दोनों हीरोस ने मुझे बहुत प्रभावित किया
अब हम यहीं सोचा करते हैं की अपना पहचान बनाये या अजनबी बनके रहे?
अरमान हैं हज़ार, ख़्वाहिशे हैं हज़ार, अपने दिल में
कुछ करके दिखाना हैं और अपनी जगह बनानी हैं सबके दिलों में।
कुछ ऐसा करना हैं, जिससे हम भी मिस मार्वल जैसे कुछ कहलाये
या फिर शक्तिमान, क्रिश या फ्लाइंग जेट जैसे कुछ बन जाये
यह तो रियल में पॉसिबल नहीं, पर उनके जैसे ही कुछ अच्छे काम करे
दुनिया को मैं बचा सकूँ और हर तरफ लोग मुझ अजनबी का चर्चा करे।
मम्मी पापा को करुँ दंग , घरवाले भी पहचान ना पाये मुझे
सबकी मदद करुँ मैं अजनबी बन के पर कोई पहचान ना पाये मुझे
सुपरनेचुरल पावर तो नहीं होंगी, पर कुछ अच्छा तो करनी हैं मुझे
सबकी भलाई करनी हैं, कुछ करनी हैं, पर कैसे पता नहीं मुझे।
मम्मी पापा को करुँ दंग , घरवाले भी पहचान ना पाये मुझे
सबकी मदद करुँ मैं अजनबी बन के पर कोई पहचान ना पाये मुझे
कुछ करके दिखाना हैं और अपनी जगह बनानी हैं सबके दिलों में
कुछ करके दिखाना हैं और अपना नाम अमर कर जाना हैं इस दुनिया से।