महिला
महिला
महिलाएं कुछ भी कर सकती है,
अनेक महिलाओं ने यह सिद्ध करके दिखाया है।
महिलाएं किसी से कम नहीं हैं,
साहस पूर्वक दुनिया को महिलाओं ने बताया है।
इतिहास से लेकर वर्तमान तक,
महिलाएं हर क्षेत्र में दृढ़ता से बढ़ा रही है कदम।
पुरुषों को चुनौती दे रही है महिलाएं,
बोलते हुए हम पर कोई नहीं कर सकता सितम।
एक समय था जब महिलाओं को,
सिर्फ चूल्हे चौके तक का ही प्राप्त थी स्थान।
मगर महिलाएं दुनिया से लड़ती गई,
और आगे बढ़ते हुए छू रही है आज आसमान।
महिलाओं को भी सब अधिकार है,
महिलाएं भी भर सकती है ऊंचा से ऊंचा उड़ान।
पुरुष ही सिर्फ महान नहीं है बल्कि,
महिलाओं से ही तो समृद्ध है हमारा ये जहान।
महिलाओं ने क्या क्या किया है,
दुनिया समाज लोग कोई भी नहीं है अनजान।
अनेक महिलाएं है जिन्होंने बखूबी,
दुनिया से लोगों से समाज से किया बगावत।
अपने स्वप्न को साकार करके दिखाया,
प्राप्त कर ली महिलाओं ने अपनी हर चाहत।
इतिहास में महारानी लक्ष्मीबाई ने,
अंग्रेजो के सामने शेरनी के समान भरी दहाड़।
अंग्रेजो के छक्के छुड़ा दिए और,
अंग्रेजो से लड़ मर्दानी बनकर एक दृढ़ पहाड़।
स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए महिलाओं ने,
दिया है अपना भारत माता को विदेश योगदान।
झलकारी बाई,दुर्गा बाई, भीका जी,
इतिहास इन महिलाओं का करता है गुणगान।
बेगम हज़रत महल,अरुणा आसफ अली,
कस्तूरबा गांधी का इतिहास करता है सम्मान।
लक्ष्मी सहगल, उषा मेहता,रज़िया सुल्तान,
अनेक महिलाओं की गाथा से समृद्ध है जहान।
महिलाओं की शौर्य गाथा को कभी,
नहीं भूल सकता भूत भविष्य और वर्तमान।
शिक्षा के क्षेत्र में सावित्री बाई फुले ने,
पहली महिला शिक्षक बनकर लिख दिया इतिहास।
महिलाएं जीवनदायनी है ममतामई है,
हर हुनर हर अदाकारी है महिलाओं के पास।
सरोजनी नायडू पहली प्रदेश की गवर्नर,
जो कवयित्री है जो भारत कोकिला कहलाती है।
पहली महिला इंडियन नेशनल कांग्रेस की,
जिनके पास अध्यक्ष होने की विशेष ख्याति है।
विजयलक्ष्मी पंडित जी के बारे में जानो,
संयुक्त राष्ट्र की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष।
जो बनी स्वतंत्र भारत की पहली महिला राजदूत,
महिलाओं की महानता आज भी है प्रत्यक्ष।
एम फातिमा बीवी पहली महिला है,
जो बनी भारतीय सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश।
आशापूर्णा देवी ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त की,
इनके सामने झुक जाता है जन जन के सीस।
देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल,
इंदिरा गांधी प्रथम प्रधानमंत्री बनकर दिखाई है।
जन जन में लोक प्रिय महिलाएं हुई है,
इंदिरा गांधी आयरन लेडी दुनिया में कहलाई है।
किरण बेदी पहली महिला आई ए एस,
लोकसभा की पहली महिला स्पीकर मीरा कुमार।
ज्ञान साहित्य में भी आगे रही है महिलाएं,
अरुंधति राय को मिला प्रथम बुकर पुरस्कार।
माउंट एवरेस्ट पर भी पहुंच चुकी है महिलाएं,
सबसे पहले चढ़ने वाली महिला है बछेंद्री पाल।
शांति के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार प्राप्त की,
मदर टेरेसा ने पीड़ितों को हमेशा रखा खुशहाल।
महिलाओं की ख़ूबसूरती की क्या करे बखान,
महिलाओं की ख़ूबसूरती से अवगत है जहान।
प्रथम भारतीय महिला मिस वर्ल्ड बनकर,
रीता फारिया ने देश का बढ़ाया मान सम्मान।
दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली,
पहली भारतीय महिला है संतोष यादव।
महिलाएं हर क्षेत्र में विशेष है विख्यात हैं,
हर क्षेत्र की रखती हैं महिलाएं आज अनुभव।
महिलाओं को कमजोर अबला समझना है,
पुरुषों की मूर्खता नासमझी और नादानी।
राजनीति के क्षेत्र में भी आगे है महिलाएं,
पहली महिला मुख्यमंत्री बनी सुचेता कृपलानी।
अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम महिला,
विश्वशनीय है कल्पना चावला की कहानी।
चाहे खेल का मैदान हो या जंग का,
हर जगह छोड़ आई है महिलाएं अपनी निशानी।
ज्ञान विज्ञान साहित्य राजनीति फिल्म,
हर जगह महिलाओं की लोहा दुनिया ने मानी।
अनेक महिलाओं ने इतिहास बदली है,
दुनिया बदली है और बदली है समाज।
महिलाएं हर रूप में महान है सम्मानीय है,
महिलाएं अब नहीं रही परिचय की मोहताज।
अगर एक एक करके बताऊंगा तो,
लग जाएगी कई दिन और कई रात।
मगर महिलाओं की शौर्य गाथा की,
कभी खत्म ही नहीं हो चर्चा और बात।
ऐसी ही एक महान भारतीय महिला है,
जिनका द्रौपदी मुर्मू है नाम।
जो हमारे देश की पंद्रहवीं राष्ट्रपति है,
मैं उनको करता हूं बारम्बार प्रणाम।
एक छोटे से गांव में जिन्होंने जन्म लिया,
और मेहनत से हासिल किया ऊंचा मुकाम।
मुर्मू जी कभी भी हार नहीं मानी और,
साहस मेहनत और विश्वास से करती रही काम।
मुर्मू जी कभी सर्वश्रेष्ठ विधायक थी,
मुर्मू जी को मिला है नीलकंठ का सम्मान।
मुर्मू जी शिक्षा के क्षेत्र में भी आगे रही,
कनिष्ठ लिपिक कार्य में भी दी है योगदान।
स्नातक की उपाधि प्राप्त करके मुर्मू जी,
शिक्षक बनकर शिक्षण कार्य बखूबी किए हैं।
मुर्मू जी संघर्ष करने से कभी पीछे नहीं हटी,
सत्य में मुर्मू जी घाट घाट के पानी पिए है।
ओडिसा राईरांगपुर जिले की पार्षद चुनी गई,
मुर्मू जी इस जिला परिषद की बनी उपाध्यक्ष।
मुर्मू जी आधुनिक महिलाओं की प्रेरणा स्त्रोत हैं,
किस्मत भी शिर झुकाते है मुर्मू जी के समक्ष।
मुर्मू जी यही नहीं रुकी और आगे बढ़ती गई,
भाजपा के टिकट पर बनी विधायक पहली बार।
नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद भाजपा में,
राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त हुई स्वतंत्र प्रभार।
दो बार विधायक मत्स्य एवं पशुपालन विभाग की,
मुर्मू जी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनी।
ओडिसा सरकार के अधीन सिंचाई विभाग में,
बतौर कनिष्ठ लिपिक के रूप में आधार बनी।
मुर्मू जी झारखंड राज्य की राज्यपाल बनी,
पहली महिला राज्यपाल के रूप में हुई विख्यात।
देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी,
नई खुशियों से मुर्मू जी की ज़िंदगी में हुआ प्रभात।
सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति बनी द्रौपदी मुर्मू,
राष्ट्रपति के रूप में कार्य की करी शुरुआत।
दूसरी महिला राष्ट्रपति के रूप में सुशोभित हुई,
मुर्मू जी ने बखूबी दिया है हर संघर्ष को मात।
दुःख ,दर्द ,संघर्ष, तकलीफ़ से भरी हुई है,
हमारे राष्ट्रपति द्रोपदी जी की कहानी।
मगर माननीय राष्ट्रपति मुर्मू जी सशक्त है,
साहस पूर्वक बदली है मुर्मू जी अपनी जिंदगानी।
मुर्मू जी जी अनेक शिक्षा हम सब को मिलती है,
एक तो यह ज़िंदगी एक दिन यकीनन बदलती है।
दृढ़ संकल्प, मेहनत,साहस,प्रयास और निरंतरता से,
हर किसी की ज़िंदगी बनती और संभलती है।
किसी कीमत पर भी कम मत होने दीजिए,
दृदय से साहस और अपने मन से विश्वास।
फिर वो सब कुछ होगा जो आप चाहते हो,
यकीनन खत्म होगा एक दिन आपका तलाश।
ज़िंदगी में दुःख दर्द भी अनेक बार आएगा,
मगर मेहनत से फैलेगा खुशियों का प्रकाश।
किसी परिस्थिति से घबराना नहीं है कभी भी,
और नाकामी से कभी नहीं होना है उदास।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी आधुनिक युग की,
महिला सशक्तिकरण महिलाओं का आधार है।
राष्ट्रपति मुर्मू जी महान महिला है निस्संदेह,
राष्ट्रपति मुर्मू जी इस संसार में महान किरदार है।