i am prakash kumar yadaw,i am a writer, I write film scripts, and I write compositions in all genres
दिल जो चाहता है वही, सब कुछ भूलकर तुम पयाम दे दो। दिल जो चाहता है वही, सब कुछ भूलकर तुम पयाम दे दो।
जनवरी से शुरू हुई कहानी, जनवरी में आकर ठहर गई है। जनवरी से शुरू हुई कहानी, जनवरी में आकर ठहर गई है।
मैं भीग रहा था बारिश की पानी में, मन में अलग थी खुशियों की एहसास। मैं भीग रहा था बारिश की पानी में, मन में अलग थी खुशियों की एहसास।
अपनी नज़र में हो जाऊं बदनाम, मुझे नहीं चाहिए कभी ऐसा मुकाम। अपनी नज़र में हो जाऊं बदनाम, मुझे नहीं चाहिए कभी ऐसा मुकाम।
दिल की रियासत का, तुम ही तो महारानी हो। दिल की रियासत का, तुम ही तो महारानी हो।
बात इतनी सी है, ये भी कोई सितम नहीं है। बात इतनी सी है, ये भी कोई सितम नहीं है।
दोस्ती शब्द में ही सुकून निहित है, दोस्ती ही खुशियों का करता है विस्तार। दोस्ती शब्द में ही सुकून निहित है, दोस्ती ही खुशियों का करता है विस्तार।
मैं भारत माता का बेटा हूं, भारत माता का हमेशा हिफाजत करूंगा। मैं भारत माता का बेटा हूं, भारत माता का हमेशा हिफाजत करूंगा।
जो चैन ओ सुकून है, उसी से फिलहाल जुदाई है। जो चैन ओ सुकून है, उसी से फिलहाल जुदाई है।
करेला खाने से क्या फायदा होता है, मैं अब सब को बताया करता हूं। करेला खाने से क्या फायदा होता है, मैं अब सब को बताया करता हूं।