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VIPIN KUMAR TYAGI

Classics

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VIPIN KUMAR TYAGI

Classics

मां

मां

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मां, ममता की मूर्ति, त्याग की मूर्ति होती है मां,

बच्चे का लालन पालन करती है मां,

उसकी प्रथम शिक्षिका का कार्य करती है मां,

बच्चे का चरित्र निर्माण करती है मां,

बच्चे को सामाजिक शिक्षा व

सामाजिक व्यवहार की शिक्षा देती है मां,


बच्चे के उद्देश्य निर्धारण में सहायक होती है मां,

मां, ममता की मूर्ति, त्याग की मूर्ति होती है मां,

बच्चे के लिए सदा बलिदान के लिए तैयार रहती है मां,

बच्चे के लिए अच्छी शिक्षा की व्यवस्था करती है मां,

बच्चे के लिए घर की व्यवस्था करती है मां,


बच्चे को पढ़ाई, गृह कार्य,

बच्चे के शिक्षको से फीडबैक लेती है मां,

बच्चे को क्या पढ़ना है, क्या बनना है,

इसके निर्धारण में सहायक होती है मां,

मां, ममता की मूर्ति, त्याग की मूर्ति होती है मां,


बच्चे को सामाजिक दायित्यो के संभालने की शिक्षा देती है मां,

बच्चे का आपस में प्यार से रहने की शिक्षा देती है मां,

बच्चे की नौकरी व आजीविका के निर्धारण में सहायक होती है मां,

बच्चे को अच्छाई व बुराई की शिक्षा देती है मां,


मां, ममता की मूर्ति, त्याग की मूर्ति होती है मां।


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