इश्क़ हुआ मुझको
इश्क़ हुआ मुझको
तुम आते हो तो कितनी ताज़गी महसूस करती हूं।
अंधेरों में भी शायद रोशनी महसूस करती हूं।
दुनिया चाहे लाख ताने मारे,
तुम जो देख लो एक नजर भर के तो,
उबलती रेत में भी, नमी महसूस करती हूं।
तुम आते हो तो कितनी ताज़गी महसूस करती हूं।
अंधेरों में भी शायद रोशनी महसूस करती हूं।
दुनिया चाहे लाख ताने मारे,
तुम जो देख लो एक नजर भर के तो,
उबलती रेत में भी, नमी महसूस करती हूं।