समय कभी एक सा नहीं रहता
समय कभी एक सा नहीं रहता
जो ना देते थे कभी जवाब,
उनके सलाम आने लगे हैं।
कांच के टुकड़े-टुकड़े कर,
उसे जोड़ने के कुछ लोग
क्या खूब वहम पालने लगे हैं।
जो ना देते थे कभी जवाब,
उनके सलाम आने लगे हैं।
कांच के टुकड़े-टुकड़े कर,
उसे जोड़ने के कुछ लोग
क्या खूब वहम पालने लगे हैं।