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Bindiyarani Thakur

Tragedy

3.7  

Bindiyarani Thakur

Tragedy

हाँ वो नारी है

हाँ वो नारी है

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शोक संतप्त मन दग्ध है

अपितु कर्त्तव्य परायणता जारी है

हाँ गौर से देख लीजिए उसे आप

वह एक नारी है 


भार उठाए कोख में ,

फिर भी सारे

उत्तरदायित्व निभाती है

लाख दुःख हो हृदय में किन्तु 

सब चुपचाप सहन कर जाती है 

हाँ गौर से देख लीजिए उसे आप 

वह एक नारी है 


शांत सुशील संयम की शिक्षा 

घुट्टी संग पिलायी जाती है 

विरोध कोई गर कर गयी तो

कुलटा कही जाती है 

गौर से देख लीजिए आप उसे 

वह एक नारी है •••



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