सफलता का स्वाद
सफलता का स्वाद


खून पसीना बहा कर मैदान में डटे रहो
जीत आपकी ही होगी लक्ष्य से गर ना डिगो
ज़िन्दगी बार बार मौके देती रहती है
आप केवल परिश्रम लगातार करते रहो ।
आपका संघर्ष अपने आप से ही है
अपनी कमजोरियों को पहचान लो
और इनको ताकत बनाते जाओ
मंजिल की ओर चलते रहो
चाहे थक भी जाएँ पाँव ।
अर्जुन की तरह बस ध्यान लगाए रखना
कोई भी मुश्किल क्यों ना आए
आप हिम्मत बिल्कुल नहीं हारना
धैर्य रखते हुए अपने कदम आगे बढ़ाना।
इतने श्रम के बाद जब जीत मिलेगी
तब वो पल और वो जीत बहुत अनूठी होगी
खुशियों से ज़िन्दगी झूम उठेगी
जब आपको कामयाबी नसीब होगी।