गीत प्यार का
गीत प्यार का
कसम खा रहे हैं,
कहीं दूर जा रहे हैं,
जरूर मिलन होगा,
हम चले आ रहे हैं।
कसम खा...................
कोई नहीं हमारा,
प्रभु हमको प्यारा,
वो दे रहा दुआएं,
हम अब पा रहे हैं।
कसम खा..................
सोये कभी भी होते,
सपनों में हरदम रोते,
जागे अगर जहां में,
हम दर्द ला रहे है,
कसम खा...................
मिलन रीत जहां की
बिछुड़े प्रीत कहां की,
चलते हमें यूं जाना,
सुख दुख पा रहे हैं।
कसम खा......................
कसम खा रहे हैं,
कहीं दूर जा रहे हैं,
जरूर मिलन होगा,
हम चले आ रहे हैं।
कसम खा...................
