मैं जोगन तेरी
मैं जोगन तेरी
मैं जोगन तेरी,
जोग लगाई।
मैं मीरा बनूँ,
तू मेरी परछाई।
मैं जोगन....
प्रेम अगन में डूबी,
संग तेरे मुस्काई,
ओ कान्हा मोरे,
मैं दासी बन आयी।
मैं जोगन....
नाचूँ छम-छम वृंदावन में
तू बसे तन-मन में,
ओ श्याम मोरे।
तेरी बंसी बन आयी।
मैं जोगन....
विष बना अमृत
तुझसे ही मेरा मन तृप्त
ओ नन्दलाल मोरे।
तेरी धुन बन आयी
मैं जोगन...