ढिबरी
ढिबरी
ढिबरी की रौशनी में,
न जाने कितने अरमान सजे,
कुछ सज कर बने,
कुछ बन कर बुझे।
आँगन की ताक हो,
या रसोई घर की डेहरी
उज्यारा लाए मन में,
रौशन जैसे दिन-दुपहरी
मिट्टी की दीवार,
रस्सी का खटिया,
धीमी-धीमी सी आग
छोटी-छोटी मचिया।
न मिलती जो दीया सलाई,
कलछी में आग भर लायी।
रौशन हो जाये घर.
छोटी सी ढिबरी फिर जलाई।*
छोटी सी ढिबरी फिर जलाई।*
【ढिबरी - काँच,मिट्टी या टिन से बना छोटा पात्र जिसमें मिट्टी का तेल भरकर सूती कपड़े की बत्ती डालकर प्रकाश करने के लिए जलाया जाता है।】
【मचिया- खाट का छोटा रूप】
