गहरी रातें घने अंधेरे दीपक बन अब जलना होगा आज मुझे विष पीना होगा। गहरी रातें घने अंधेरे दीपक बन अब जलना होगा आज मुझे विष पीना होगा।
ये भी एक रंग है मेरा, देख सकते हो तो देख लो। ये भी एक रंग है मेरा, देख सकते हो तो देख लो।
क्या तुम्हें अब भी यकीं है कि जी रहा हूँ मैं क्या तुम्हें अब भी यकीं है कि जी रहा हूँ मैं
न गोरा था न काला था, मेरा दिल तो कृष्ण उजाला था ! न विष की पोटली दिल में थी, ये दिल तो अमृत... न गोरा था न काला था, मेरा दिल तो कृष्ण उजाला था ! न विष की पोटली दिल में थ...
दिल बस जलता रहा अंदर ही अंदर, उसे किसी और के साथ देखकर। और कभी हिम्मत भी नहीं हुई, कुछ बोलने क... दिल बस जलता रहा अंदर ही अंदर, उसे किसी और के साथ देखकर। और कभी हिम्मत भी न...
स्वर्ग लोक में प्रेम की काया, ममता, करुणा की वो छाया, स्वर्ग लोक में प्रेम की काया, ममता, करुणा की वो छाया,