कोई आज फ़ना कर दे इस जिस्म को रूह से, कब से बेताब है ये नदी सागर से मिलने को। कोई आज फ़ना कर दे इस जिस्म को रूह से, कब से बेताब है ये नदी सागर से मिलने को।
कभी न रुलाओ लड़की को चाहे कितनी कड़की हो लड़की रोती हो तो रोको क्योंकि लड़के कभी रोते नह कभी न रुलाओ लड़की को चाहे कितनी कड़की हो लड़की रोती हो तो रोको क्योंकि लड़क...
ग़लतफ़हमी है दुनिया को ग़लतफ़हमी है दुनिया को
लड़के रोते नही हैं , क्योंकि बचपन से ही माँ ने बताया , तुम लड़के हो मजबूत ,कठोर पाषाण स लड़के रोते नही हैं , क्योंकि बचपन से ही माँ ने बताया , तुम लड़के हो मजबूत ,क...
कभी कभी ये भी टूट के चूर होते हैं , अपनी बेबसी को अपनों की खातिर बस सह लेते हैं कभी कभी ये भी टूट के चूर होते हैं , अपनी बेबसी को अपनों की खातिर ...
तेरे वजूद को भी कुछ सालों बाद भुला दिए जाएंगे, तेरे वजूद को भी कुछ सालों बाद भुला दिए जाएंगे,