इक दिन चंदा पे चढ़ लेंगे जो बैठे हैं ठाले लड़के भीतर-भीतर से उजले हैं दिखते हैं जो काले लड़के। इक दिन चंदा पे चढ़ लेंगे जो बैठे हैं ठाले लड़के भीतर-भीतर से उजले हैं दिखते ह...
कब किताब छोड़ कुदाल उठाते हैं, ये खुद नहीं समझ पाते हैं, ये लड़के हैं साहब बिन आंसू क कब किताब छोड़ कुदाल उठाते हैं, ये खुद नहीं समझ पाते हैं, ये लड़के हैं साहब...
कोई आज फ़ना कर दे इस जिस्म को रूह से, कब से बेताब है ये नदी सागर से मिलने को। कोई आज फ़ना कर दे इस जिस्म को रूह से, कब से बेताब है ये नदी सागर से मिलने को।
पत्थर दिल कह देते हो तुम क्योंकि हम लड़के कभी रोते नहीं। पत्थर दिल कह देते हो तुम क्योंकि हम लड़के कभी रोते नहीं।
ये लड़के भी कमाल हैं, करते रहते धमाल हैं। ये लड़के भी कमाल हैं, करते रहते धमाल हैं।
ज़िंदगी की चुनौतियों की ज़मीन में तब जाके महल बनता है जिसमें पूरा परिवार सुख चैन से रहता है। ज़िंदगी की चुनौतियों की ज़मीन में तब जाके महल बनता है जिसमें पूरा परिवार सुख चैन...