"कोई तो बारिश ऐसी भी हो"
"कोई तो बारिश ऐसी भी हो"
कोई तो रात ऐसी भी हो
जिसमें तेरी यादें न हो...
कोई तो ख्याल ऐसा भी हो
जिसमें तेरी बातें न हो...
कोई तो राह ऐसी भी हो
जिस की तू मंजिल न हो...
कोई तो ख्वाहिश ऐसी भी हो
जिसमें तेरी दुआ न हो...
कोई तो पल ऐसा भी हो
जिसमें तेरे ख्वाब न हो...
कोई तो दर्पण ऐसा भी हो
जिसमें तेरा चेहरा न हो...
कोई तो दिन ऐसा भी हो
जिस की रात तुम न हो...
कोई तो शब्द ऐसे भी हो
जिसकी गज़ल तुम न हो...
कोई तो बारिश ऐसी भी हो
जिसकी बूंदों में तुम न हो...
कोई तो हवा ऐसी भी हो
जिसमें खुशबू तेरी न हो...

