Author, Writer, Lyricist. Student of Computer science Burhanpur Madhya Pradesh
जैसे किसी नेत्रहीन के आंखों में नयी ज्योति जैसे किसी नेत्रहीन के आंखों में नयी ज्योति
राधा कृष्ण के परिशुद्ध प्रेम की परिभाषा है हिंदी. राधा कृष्ण के परिशुद्ध प्रेम की परिभाषा है हिंदी.
से पूछिए वोह पैरों में जमीन और मुठ्ठी में आसमान रखते हैं.... से पूछिए वोह पैरों में जमीन और मुठ्ठी में आसमान रखते हैं....
संभालें से ना संभले ये नादान दिल मेरा, मुझे धीरे धीरे तुमसे मौहब्बत हो रही है. संभालें से ना संभले ये नादान दिल मेरा, मुझे धीरे धीरे तुमसे मौहब्बत हो रही है...
करवटें बदले मेरी रातें.... खुद से करूं मैं तेरी ही बातें.... करवटें बदले मेरी रातें.... खुद से करूं मैं तेरी ही बातें....
यह मेरा हिन्दुस्तान है....मेरी पहचान है.... यह मेरा हिन्दुस्तान है....मेरी पहचान है....
तोड़कर उस डाली से फूल क्यों वो लोग अपने घर ले जाते हैं...! तोड़कर उस डाली से फूल क्यों वो लोग अपने घर ले जाते हैं...!
मेरी रूह से सीखें, कोई सहन करना....! मेरी रूह से सीखें, कोई सहन करना....!
मगर मेरे चेहरे पर वो पहले वाली मुस्कान नहीं आयेगी मगर मेरे चेहरे पर वो पहले वाली मुस्कान नहीं आयेगी
टूटी होगी चूड़ियां, तो टूटने दो ना.... रूठी होगी बहना, तो रूठने दो ना.. टूटी होगी चूड़ियां, तो टूटने दो ना.... रूठी होगी बहना, तो रूठने दो ना..