"मैं तुमसे कुछ न कहुँ" (गीत)
"मैं तुमसे कुछ न कहुँ" (गीत)
सावरे....सावरे....सावरे
ओ...सावरे....सावरे....सावरे
मेरे ओ....सावरे....सावरे....सावरे
हम्म्म्म...........
मैं तुम से कुछ न कहूं....२
बस तुम को ही सुनती रहूं....
हो....मैं तुम से कुछ न कहूं....
बस तुम को ही सुनती रहूं....
तुम करते हो बातें
हो.... तुम करते हो बातें....
एक बात में तुम्हारी होती है हजारों बातें....
हो....मैं तुम से कुछ न कहूं....२
बस तुम को ही सुनती रहूं....
रंग दो मुझे तुम अपने ही रंग में....
हो...रंग दो मुझे तुम अपने ही रंग में....
के मैं बहना चाहूं तुम्हारी तरंग में....
प्यार का मौसम कहीं छूट न जाएं
प्रेम पवन कहीं रुठ न जाएं
ओ....सावरे....सावरे....सावरे
ओ...सावरे....सावरे....सावरे
आके मुझे थाम ले बावरे....बावरे....बावरे
सावरे....सावरे....सावरे
ओ...सावरे....सावरे....सावरे
आके मुझे थाम ले बावरे....बावरे....बावरे
आईना देखूं.... खुद में तुझको ही पाऊं....
रूप संवारूं .... तुमको दिखाऊं....
हो....आईना देखूं.... खुद में तुझको ही पाऊं....
रूप सावरू.... तुमको दिखाऊं....
तुझको खुद में भरती जाऊं....
हो.... तुझको खुद में भरती जाऊं....
खुद को खुद से खाली करती जाऊं...
ओ....सावरे....सावरे....सावरे
ओ...सावरे....सावरे....सावरे
आके मुझे थाम ले बावरे....बावरे....बावरे
सावरे....सावरे....सावरे
ओ...सावरे....सावरे....सावरे
आके मुझे थाम ले बावरे....बावरे....बावरे
करवटें बदले मेरी रातें....
खुद से करूं मैं तेरी ही बातें....
हो....करवटें बदले मेरी रातें....
खुद से करूं मैं तेरी ही बातें....
मेरी निंदिया चुराने वाले
यादों में आने वाले
बनकर हकीकत सामने आओ ना....
तुम्हारे प्रेम का रंग मुझपे चढ़ाओ ना....
मैं हो गई तुम्हारी
तुम मेरे हो जाओ ना....
ओ....सावरे....सावरे....सावरे
मेरे ओ...सावरे....सावरे....सावर
आके थाम ले मेरी बांह रे... बांह रे....
सावरे....सावरे....सावरे
ओ...सावरे....सावरे....सावरे
सावरे....सावरे....सावरे
मेरे ओ...सावरे....सावरे....सावरे