तेरी सोहबत
तेरी सोहबत
सोहबत में तेरी मिल गई दुनिया मुझे
ताउम्र तेरी बन के रहूं बावफ़ा
करके इशारे उसने मुझे समझाया
क्या है मेरा नुकसान और क्या नफ़ा
ये दिल्लगी ना कर, परेशान हूं मैं
इनकार तेरा होगा, मुझपे एक जफ़ा
तौहीन मेरे इश्क की ना अब तू कर
गर खुद पे आयेंगे,तो होंगे बेवफ़ा
इस बार तन्हा छोड़कर जो जाओगे
मुझको न पाओगे, यहां अगली दफ़ा।

