आजमाया तो पछताना पड़ेगा।
आजमाया तो पछताना पड़ेगा।
अज़ल से चल रहा है इश्क का सफर
मगर तुमको ये भी समझाना पड़ेगा।
करते हो गोरों सा सुलूक साथ मेरे
इस बात का एहसास दिलाना पड़ेगा।
अगर मिला तुम्हें तुम सा कोई कभी
मुझे तुम्हें समझाना तो नहीं पड़ेगा ।
मेरी कोई बात मान न रही है अब वो
अब तो उसकी मम्मी से बताना पड़ेगा।
शिव (भोले ) पर यकीन तो है उसे
लेकिन फिर भी देखो आजमा रही है ।
कोई बताओ उसे शिव की तरह इस
शिव को

