STORYMIRROR

Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Fantasy

4  

Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Fantasy

बसंत आया है रंगीला

बसंत आया है रंगीला

1 min
226

बलमा तुं है छेल छबीला,

मुज़को प्यारमें रंगनेवाला,

आ कर मुजको दिलमें समा जा,

आजा बसंत आया है रंगीला।


शितल पवन सररर सरके,

जियरा तेरे मिलन को तरसे,

आ कर मेरी तरस मिटा जा,

आजा बसंत आया है रंगीला।


बिरहाँ के आंसु बहाती हुं मै,

रातें बिताउं तारे गीन गीन मै,

आ कर पतझ़ड मेरी दूर कर जा,

आजा बसंत आया है रंगीला।


अब न देर करना मेरे बलमा,

तेरे बिना मेरा जीवन है अधूरा,

आ कर सुंदर सूरत दिखा जा,

आजा बसंत आया है रंगीला।


युगो से ईन्तजार करती हुं तेरा,

हरपल दिल पूकारे नाम तेरा,

"मुरली" मिलन मधुर बना जा,

आजा बसंत आया है रंगीला।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance