पतझड़ के बाद बसंत हमेशा सबके आँगन खिलते हैं ! पतझड़ के बाद बसंत हमेशा सबके आँगन खिलते हैं !
साथ दिया है दिल से मेरा ऐसा साथी सबको मिले। साथ दिया है दिल से मेरा ऐसा साथी सबको मिले।
हरफे खफ़ा, हर दफ़ा तुझ पर निशार हो गई। हरफे खफ़ा, हर दफ़ा तुझ पर निशार हो गई।
कभी पतझड़ सा और कभी बसंती तड़ाग है। कभी पतझड़ सा और कभी बसंती तड़ाग है।
क्या करूं मैं, कि आज बे मुझे शग़फ़ तेरे हर हिस्सों से मैं आज भी तुझसे प्यार करता हूँ। क्या करूं मैं, कि आज बे मुझे शग़फ़ तेरे हर हिस्सों से मैं आज भी तुझसे प्यार कर...
उनके हाथों में अगर हाथ हो तो, ज़िन्दगी बसंत सी लगती है। जब कभी उनसे झगड़ा हो तो, ज़िन्दगी अमावस सी ल... उनके हाथों में अगर हाथ हो तो, ज़िन्दगी बसंत सी लगती है। जब कभी उनसे झगड़ा हो तो,...