हरफे खफ़ा, हर दफ़ा तुझ पर निशार हो गई। हरफे खफ़ा, हर दफ़ा तुझ पर निशार हो गई।
आत्मा मेरी, पिंजरे में बंद परिंदा है। आत्मा मेरी, पिंजरे में बंद परिंदा है।
किसी की याद रह जाते हैं आगाज़ सराने पर तेरी तो हर याद ही अहसास हे सुहाना। किसी की याद रह जाते हैं आगाज़ सराने पर तेरी तो हर याद ही अहसास हे सुहाना।
तुझे देखने के बाद नजर कहीं जाती नहीं तुझे देखने के बाद नजर कहीं जाती नहीं
हंसता है, रोता है, पर दिल, दिल ही तो है। हंसता है, रोता है, पर दिल, दिल ही तो है।
न हो साथ फिर, मशविरा किसलिए है। मेरे दोस्त खाली, दुआ किसलिए है।। न हो साथ फिर, मशविरा किसलिए है। मेरे दोस्त खाली, दुआ किसलिए है।।