बातें
बातें
आपमें वो बात है
बात चाहे कोई भी हो
बात आपकी हो जाती है
बात आपसे कर लूं जितनी
बात कोई ना कोई रह जाती है
बातों की राहें काटती ही नहीं
बातों को मंजिल मिलती ही नहीं
बाते शुरू हो कहीं से
कहीं पहुँचती ही नहीं
बाते जो आपकी हो या आपसे हो
बातें जो साथ में हो या साथ की हो
बातें जो अनदेखे ख़्वाब की हो
बातें जो बस तेरे मेरे जज़्बात की हो
बातें जिनमें भीग जाते है अल्फ़ाज़ कई बार
बातें जिनमें बह जाते है राज़ कई बार
बातें कुछ अनकही कुछ नज़रों से कही
बातें जो कही भी नहीं गयी