आत्मनिर्भरता
आत्मनिर्भरता
पढ़ लिख बना मनुज तू,
बहुत बड़ा सा होशियार,
खोजने चल दिया नौकरी,
न सीखा कभी स्वरोजगार।
भूली आत्मनिर्भरता तूने,
पाने को एक रोजगार,
कैसे भूला, तू है स्वतंत्र,
क्यों बनाता खुद को भार।
जाग जरा अब निद्रा से तू,
सीख जरा आत्मनिर्भरता,
जीने को अर्थ स्वतंत्रता,
क्यों न निखारे अपनी प्रतिभा,
जाग जरा अब तू प्यारे,
हो जा अब आत्मनिर्भर तू,
चल देशभक्ति की राह,
देश आत्मनिर्भर बना दे तू।।
