खुद पर जीत
खुद पर जीत
जीतना है जो तुझे, कर नियंत्रण खुद पर तू।
हौसला रख खुद पर, संघर्षों से ही सीख ले तू।।
देख तेरे मन का घोड़ा, कही भागदौड़ न लगाए।
खुद से जीतने का तुझे, एक तरीका आ ही जाए।।
साधनों से न जीतती दुनिया, साध्य ही जिता देते है।
हार से भी तो खिलाड़ी, निखार खुद में ही लाते है।।
तू भी तो है एक खिलाड़ी, अपने जीवन संग्राम का।
लिखना है जिसे अपने कर्मो से, नाम स्वर्ण अक्षरों का।।
कर नियंत्रण खुद पर तू, देख केवल लक्ष्य ही लक्ष्य।
तेरे हौसलों से हारेगा, विपदाओं का विशाल सर्प।।
मन मस्तिष्क को साध कर तू, कदम सदा बढाता चल।
हर दिन अपनी कहानी से, गीत नव गुनगुनाता चल।।