इसलिए सो गया वह चिर निद्रा में। इसलिए सो गया वह चिर निद्रा में।
अपने सृजित स्वप्नलोक भ्रमण को कभी न दें आराम विश्राम। अपने सृजित स्वप्नलोक भ्रमण को कभी न दें आराम विश्राम।
उतरते हैं कानों में मेरे पिघलते शीशे की तरह ही इज़ नो मोर ! उतरते हैं कानों में मेरे पिघलते शीशे की तरह ही इज़ नो मोर !
चाह हैं मेरी, शहीदों की तरह शहादत पाऊँ ! वतन पर जान लुटाऊँ ! बेमौत न मारा जाऊँ ! चाह हैं मेरी, शहीदों की तरह शहादत पाऊँ ! वतन पर जान लुटाऊँ ! बेमौत न मारा ...
कुछ ख्वाब अभी बाकी है कुछ फ़र्ज़ अभी बाकी है बस वो पूरे हो जाये तो मौत तू खुशी खुशी आ जाना हुम् ... कुछ ख्वाब अभी बाकी है कुछ फ़र्ज़ अभी बाकी है बस वो पूरे हो जाये तो मौत तू खुशी ...
अपने सारे काम निवृत्त,निद्रा आती है, पूरी रात आराम से निद्रा में सो जाता हूं। अपने सारे काम निवृत्त,निद्रा आती है, पूरी रात आराम से निद्रा में सो जाता हूं।