आंखें गीली नहीं होंगी..!
आंखें गीली नहीं होंगी..!
मैं तुम्हें बहुत चाहता हूं
इसलिए मुझे रुलाती हो ना
जिस दिन मैं तुम्हें छोड़ कर
चला जाऊंगा ना
फिर तुम रात दिन मेरे लिए रोओगी
बेचैन रहोगी
मगर आंखें गीली नहीं होंगी
खाना भी खाओगी ना
फिर भी भूख
खत्म ही नहीं होगी
बिस्तर पर सोना चाहोगी
मगर नींद भी नहीं आएगी
मैं इतना दूर चला जाऊंगा
फिर कभी भी
वापस लौट कर नहीं आऊंगा
तुम्हें सपनों में नहीं मिलूंगा
याद भी नहीं आऊंगा
तुम अपने दर्द
कोरे पन्नों पर लिखोगे
फिर भी कोरा पन्ना
कोरा ही रह जाएगा
मैं तो जी लूंगा तन्हा
मगर तुम
सुकून से
नहीं रह पाओगी
मैं तुम्हें बहुत चाहता हूं
इसीलिए रुलाती हो ना !