आई बरखा बदरिया
आई बरखा बदरिया
आयल है झुमके साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
आ गयल बदरा सावन हमरे अंगनवां,
संग संग आये मोरे सजीला सजनवां !
आयल हई झुमकै साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
झरन लागल झर झर झर झकोर,
पुलक पुलक रहल मोरा पोर पोर !
आयल हई झुमके साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
हरा हरा भइल धरती कै ई अंचरवां
हरे रंग के प्रकृति पहन लै गहनवां !
आयल हई झुमके साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
नाचूँ बनके मनवां वन का मोर मोर,
पुलक पुलक रहा ई मेरा पोर पोर !
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आयल हई झुमके साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
झूल झूल झूला छू लेब हम अकशवा,
जब झुलइहैँ ई झूलवा हमरे सजनवां !
आयल हई झुमके साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
भींग भींग हो जाइब हम पूरा सराबोर,
पुलक पुलक रहा इह हमरा पोर पोर !
आयल हई झुमके साँवरा सावनवां ,
हमरे पिया जी लईके जइहैं गवनवां !
अब झम झम बरसे ई कारा बदरवा,
भीग गइल हमरे सारे अंगना दुवरवा!
झूल झूल झूला छू लेब हम अकशवा,
जब झुलइहैँ ई झूलवा हमरे सजनवां !
आइल निगोड़ी बरखा सं कारी बदरिया,
थरथर काँपे लागल हमरी बारी उमरिया!