स्त्री का समर्पित प्रेम
स्त्री का समर्पित प्रेम
स्त्री का प्रेम एक अनमोल धरोहर है,
हर भावना में उसकी आत्मा का बसेरा है।
सत्य, समर्पण और त्याग की कहानी,
उसकी आँखों में छिपी होती है वीरता पुरानी।
हर मुश्किल में वो संग-साथ खड़ी,
सपनों में भी उसकी मुस्कान बसी।
प्रेम की शक्ति से हर जाल को तोड़े,
स्त्री का समर्पित प्रेम सदा आगे बढ़े।
