माँ की डांट
माँ की डांट
माँ की डांट में होती है एक प्यार भरी सजा,
उनकी बातें होती हैं सच्चाई का आईना।
जब वो कहती हैं, "बेटा, ये मत करो,"
तो समझो, उनके दिल में है चिंता का समुंदर।
हर शब्द में छिपा है उनका अनुभव,
डांट में भी है बसी, उनकी ममता का सुरूर।
सुधारने के लिए होती है उनकी ये बात,
माँ की डांट में है हमेशा प्यार की जात।
