मेरा खुदा
मेरा खुदा
मुझे बर्बाद करने वाला सभी से जुदा है,
उसे क्या पता मुझे बचाने वाला मेरा खुदा है।
हर कोई अकस्मात मेरी जिंदगी में,
यूँ ही आकर गैर बनकर चला जाता है,
और पूछने पर वह बस हमेशा बेबाक
अपनी करनी को एक मज़ाक बताता है।
कैसे कहें कि उनका यह मज़ाक बेहूदा है।
छोड़ो, यकीन है मुझे मेरे साथ मेरा खुदा है।
जब गिर जाती मैं कभी अपने घुटनो के बल,
वह मेरे लिए हाथ अपना बढ़ाता है
जब जिंदगी में कभी घोर अँधेरा छा जाता है,
वह आकर वहाँ प्रकाश खुद ही फैलाता है।
जिसे मैंने चाहा था वह दूसरे पर फिदा है,
मुझमें विश्वास जगाने वाला मेरा खुदा है।
बहुत ही खुश थे जाने क्यों वो मुझे खोकर,
क्या जाने वो किस अनमोल को खोया है।
मैं तो उस टूटे हुए मोती का टुकड़ा हूँ,
जिसे खुदा ने एक माले में पिरोया है।
अब तो मेरा मिजाज़ सभी से जुदा है,
क्योंकि मुझे चाहने वाला मेरा खुदा है।