कहानियां यू ही दोहरातीं रहेंगी
कहानियां यू ही दोहरातीं रहेंगी


बातों का समंदर हैं तुम्हारे अंदर
आखिर कब तक अंदर रोक सकते हो
लहरों को काबू करते होंगे लोग
तूफान काबू नहीं होता, समझते हो ?
तूफानों में चलती नहीं कश्तियां
थोड़ा समंदर को भी शांत करना पड़ता है
सताते हो ख्याल जब अटपटे से
आंख बंद कर मन को एकांत करना पड़ता है
अकेले होना मतलब एकांत थोड़ी है
इस ख्याल की शक्ति को जगाओ
जो ढूंढना है उसे ढूंढना बंद मत करो
अब की तलाश में अपने अंदर ही पाओ
एक हो जाए जब दोनों ही ख्याल
तो देखो सारी तलाश खत्म हो जाएगी
अंत स
े आरंभ और आरंभ से अंत बनकर
एक और नई कहानी बन जाएगी
ये कहानियों का दौर है लिखना कैसे हैं,
तो ये लो कलम तुम्हारे हाथ में है
जरा आसपास देखो अकेले कहां हो तुम
जो नहीं दिख रहें वो सभी तुम्हारे साथ में है
अब चिंता छोड़ो कमजोर थोड़ी हो तुम
बस अकेले चलने की हिम्मत कर रहे हो
सब लोग तुम्हारे पीछे चल कर आएंगे
याद रखो तुम अपनी किस्मत बदल रहे हो
लक्ष्य सामने रखोगे तो मंजिल धीरे-धीरे नजदीक आती रहेगी
हजारों कहानियां है इतिहास में कहानी
यां यूं ही दोहराती रहेगी।