मोहब्बत day-23 (we never met )
मोहब्बत day-23 (we never met )
"मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूँ। तुम बस एक बार मेरे साथ चलो। "
"जानते हो;चाँद हमेशा रात को ही क्यों दिखाई देता है ?"
"क्यों ?"
"दिन में अगर दिखाई देगा तो,हमें इसके दाग भी दिखाई देंगेऔर इसके प्रति हमारी मोहब्बत कम होते-होते खत्म हो जायेगी।अगर तुम धन्धेवालीकोअपने घर लेकर जाओगे तो,दिनके उजाले में तुम मेरी बदनामी भी देख लोगे।
तुम्हारी मोहब्बत धीरे-धीरे कम होकर एक दिन खत्म हो जायेगी।"
"नहीं,ऐसा नहीं होगा।मैं तुम्हें खुश रखूंगा।"
"अगर मेरी ख़ुशी चाहते हो तो; हो सके तो कभी किसी एक ही लड़की को इस नरक का हिस्सा बनने से रोक देना। "

