I'm Anita and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsमेरे तेरे सपनों कीहै कर्मभूमिये माँ भारतीकहें,सब इसेपावन जन्मभूमियुवा एक आहवानतुम्हारे नामकरती हूँ मैं
Submitted on 04 Nov, 2015 at 08:11 AM
तुम आरोपमुक्त साबित हो गये हो | ये बहुत खुशी की बात है और अब तुम अपनी पढाई भी फ़िर से शुरू कर सकते हो | जाओ बाहर! तुम्हार...
Submitted on 04 Nov, 2015 at 08:09 AM
“पिताजी, आप जानते हो कि राजू चोर है । उसने दुकान पर चोरी की है फिर भी आपने उसे सजा देने की बजाय क्षमा कर कल से दुकान पर ...
Submitted on 04 Nov, 2015 at 08:05 AM
“कब तक अपनी ममता से लडेगी, लाडो!! एक बार उसे अपना के तो देख, तू भी इस सुख को न महसूस करे तो कहना”| "एक बार देख तो ,कैसे...
Submitted on 04 Nov, 2015 at 07:54 AM
वापस इसका नदियाँ हो रही विशैली सूख रहे सब ताल-तलैया प्रदूषित सारी प्राणवायु तड़फ़ रहे जीवन स्नायु
Submitted on 21 Oct, 2015 at 11:00 AM
तुम आरोपमुक्त साबित हो गये हो | ये बहुत खुशी की बात है और अब तुम अपनी पढाई भी फ़िर से शुरू कर सकते हो | जाओ बाहर! तुम्हार...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:57 AM
हैवान बनायेमानव देखोकामान्ध हो बन बैठासर्प विशैलादंष दियाडस लियानारी देह को
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:56 AM
"सर, आदेश मिलते ही हम ने अब्दुल चाचा को गिरफ़्तार तो कर लिया और टी वी पर समाचार भी आ गया कि धर्म विवाद को भड़काने का आरोप...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:53 AM
नन्हे -नन्हे हाथों को थाम, लिखना पढना सिखाया कर मज़बूत परों को हौंसलो से उड़ना सिखाया बेसहारा-असहाय लाचार थी मैं किसी ...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:51 AM
दोनों दिसम्बर की कड़कडाती ठंड में एक संस्था में लाचार बेसहारा सडकों पर रहने वालों के त्रासद जीवन स्तर को सुधारने पर काम ...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:49 AM
बरगद छाँव ढूँढ रहा किसने क्या प्रयास किया, पूछना खुदसे सवाल है सोई चेतना को जगाकर, इंकलाब लाना ही होगा
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:47 AM
रिश्तों की तकदीर कैसी अज़ब ये प्रीत की रीत सब कहते है ,कर ले मेरा विश्वास मैं ही हूँ तेरा सच्चा मीत
Submitted on 21 Oct, 2015 at 10:45 AM