I'm gulshan and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsठीक.....फिर उन्होने नाम,कॉलेज, फेसबुक और न जाने क्या -क्या पुछने लगा.....उनके सवाल बढ़ते ही जा रहे थे और मेरे जवाब घटते....
Submitted on 22 Oct, 2015 at 15:12 PM
त्यौहार हो .....सबने खाना कर छत पर ही बिस्तर लगा कर सोने की तैयारी कर ली और मुझे कोने की जगह मिली. आज जब पड़ोसी के घर ग...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 20:36 PM
.माँ मैने उसे भूलने की कोशिश की पर पापा की नासमझ जिद मेरा प्यार समझने को तैयार न हुआ और फिर मैने वैसे ही अपने प्यार को प...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 19:33 PM
करीब आकर माथे को चूमते हुए बोलते है तुम हमारे बेटे का 'पुनर्जन्म' हो क्योकि भले ही हमारा बेटा चला गया लेकिन दिल अब भी तु...
Submitted on 21 Oct, 2015 at 17:23 PM