ये लोग हवाओं से
ये लोग हवाओं से
यह लोग हवाओं से,
इनसे क्या मतलब है
ये आज जो बहते हैं,
कल फिर रुक जाएंगे
ये बिन मौसम बारिश से,
ये कुदरत की साजिश से
ये अपने ही गम में खुद ही मर जाएंगे
ये लोग हवाओं से हर मौसम
में बहते हैं ये
ये आज जो बहते हैं,कल फिर रुक जायेंगे
मैं कुदरत का कोई खेल नहीं,
तेरा मेरा कोई मेल नहीं
तू पागल भंवरा हूं, मैं कली रूहानी हूं
ये दिल के सौदागर बस मोल लगाएंगे
ये आज जो बहते हैं कल फिर रुक जायेंगे