रुकती नही
रुकती नही


तुमसे मेरी मोहब्बत वो घटती नहीं है
जबां रुक भी जाए , धड़कन रुकती नहीं है।
तुम्हें क्या मालूम कितनी मायूस होती हूं
जब तुम्हारी नज़र मुझ पे, रुकती नहीं है।
एक पैगाम का इंतज़ार रहता है हमेशा
ये घड़ी इंतजार की है जो, रुकती नहीं।
मुकद्दर मेरा मुझसे ही रूठा जैसे मानो
तू भूला क्यों मुझे सोच, ये रुकती नहीं।
मुझे रहेगा तेरे लौट आने का इंतज़ार
हौसला ना टूटा है जब तक , सांस रुकती नहीं।