यादों की चिता जलती नहीं है
यादों की चिता जलती नहीं है
वो मुझे छोड़कर तन्हा,
कहीं और व्यस्त रहने लगे,
प्यार में मेरा दिल तोड़कर,
बेशर्म बेहया लोग होने लगे।
जिंदगी की राह में फितरतों से,
ना जाने कैसे लोग मिलने लगे,
मतलबी खुदगर्ज़ है उल्फतों से,
प्यार में होकर जुदा जीने लगे।
दिल को मौत आती नहीं है,
याद बनकर सांसें टूटती नहीं हैं।
खुश रहे वो सदा जिनके लिये,
यादों की चिता जलती नहीं है।