STORYMIRROR

Rita Jha

Tragedy Inspirational Others

3  

Rita Jha

Tragedy Inspirational Others

वर्ष २०२० की यादें

वर्ष २०२० की यादें

1 min
177

वर्ष 2020 जब तू आया था

समां बहुत सुंदर बांध लाया था।

खुशी फ़ैल गई थी चहूँ ओर

जब हुई थी नववर्ष की भोर!

फिर न जाने किसकी नज़र लगी

तू लेकर आई भयंकर महामारी,

लीलने लगी प्राण हजारों।


फिर आया इक ऐसा दौर

तनहाई के सिवा बचा न चारा और

सब घरों में अपने क़ैद हुए!

मिलते ही तो न कोई किसी को छुए।

हजारों लोग हुए बेरोजगार,

फिर भी जारी रहा तेरा प्रहार!

अब तू समेट ले अपनी पोटली,

सारी बुराई को ले जा दूर कहीं,

अब और पीड़ा जग वाले सह सकते नहीं।

हम तैयार हैं कहने को तुझे अलविदा,

तू मत रख मन में कोई शिकवा गिला।

जाते हुए सारे दुख दर्द देती जा,

खुशी की दुआ सबके लिए करती जा!!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy