है ठिठक गया अब वक्त यहां, तनहा सड़कें तनहा गलियां । है ठिठक गया अब वक्त यहां, तनहा सड़कें तनहा गलियां ।
कस्तूरी सी मैं समा चुकी हूं तुझमें पिया! कस्तूरी सी मैं समा चुकी हूं तुझमें पिया!
वह तिरछी हुई नजरों के बीच चोरी से देखना, याद है ना। वह तिरछी हुई नजरों के बीच चोरी से देखना, याद है ना।
मुझे जिंदगी भर के लिए तन्हाइयों का तोहफा दिया। मुझे जिंदगी भर के लिए तन्हाइयों का तोहफा दिया।
'दर्द ऐसा भी नहीं, ज़िन्दगी गुजर जाए, पर गुज़ारे भी कैसे ये समझ न आया।" जिंदगी की कुछ उलजनो की सुंदर क... 'दर्द ऐसा भी नहीं, ज़िन्दगी गुजर जाए, पर गुज़ारे भी कैसे ये समझ न आया।" जिंदगी की ...
फोन पर अब पूछते हो- 'कौन है?' इस कदर दूरी बढ़ाई आपने फोन पर अब पूछते हो- 'कौन है?' इस कदर दूरी बढ़ाई आपने