तेरा होने लगा
तेरा होने लगा
मिली जो तुझसे नज़र रही न अपनी खबर
इस दुनिया से हुआ दूर, यूँ तेरा होने लगा हूँ
आँखों में तेरी मेरा बसेरा, झपके तू पलकें छाए अंधेरा
हटे जब पलकों से चिलमन जागू मैं समझ कर सवेरा।
अब तो बस मैं करता हूँ रैन बसेरा तेरी ही बातें,
एक पल भी रह ना पाऊँ जो ना हो तुमसे मुलाकातें ।
मिली जो तुझसे नज़र रही न अपनी खबर
इस दुनिया से हुआ दूर, यूँ तेरा होने लगा हूँ।
दुनिया में सबसे प्यारी लगे सुनना तेरी मीठी बातें ।
आ जाओ जीवन में तुम हँसते हुए गुजरेंगी रातें।।
कुछ भी भाए नहीं, न हो जो तुमसे मुलाकातें।
काश दुनिया के संग संग चले हम दोनों की बातें ।
मिली जो तुझसे नज़र रही न अपनी खबर
इस दुनिया से हुआ दूर, यूँ तेरा होने लगा हूँ।