STORYMIRROR

Rita Jha

Abstract Classics Inspirational

4  

Rita Jha

Abstract Classics Inspirational

तेरी महिमा अपरम्पार

तेरी महिमा अपरम्पार

1 min
287

मैया तेरी महिमा अपरम्पार

गुहराऊँ मैं कर दो बेरा पार


नैया बीच मझधार में है फंसी

तू है मैया सबकी पालनहार।


एक बार जो तेरी कृपा हो जाए

नैया भवसागर के पार उतर जाए


पूजा मैया तेरी करती मैं भी दिन रात,

तू खुश हो तो मेरी जिंदगी संवर जाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract