सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को। सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को।
बस तुझे ही चाहा और तेरे ही नाम हुई मैं। बस तुझे ही चाहा और तेरे ही नाम हुई मैं।
हमारे खट्टे-मीठे लम्हों को अपने, सीने से लपेटे रहती है, एल्बम हमारे खट्टे-मीठे लम्हों को अपने, सीने से लपेटे रहती है, एल्बम
ये बात उनको इस कलयुग में समझाना मुश्किल है। ये बात उनको इस कलयुग में समझाना मुश्किल है।
तो लोगों को लगा बूढ़ा सनकी हो गया। तो लोगों को लगा बूढ़ा सनकी हो गया।
या खुद अपनी मर्ज़ी से यह भगवान बिक रहा है। या खुद अपनी मर्ज़ी से यह भगवान बिक रहा है।