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बस एक को उपहार नहीं मिला बल्कि, चुन्नी, रोहन, ताई और एक बचपन को उपहार मिला, नये जीवन का उपहार। बस एक को उपहार नहीं मिला बल्कि, चुन्नी, रोहन, ताई और एक बचपन को उपहार मिला, नये ...
बिजली अब भी कड़कड़ा रही थी। गुड्डू..जो महज 4 साल का था रोटियाँ खा रहा था बिजली अब भी कड़कड़ा रही थी। गुड्डू..जो महज 4 साल का था रोटियाँ खा रहा था
कुछ नहीं बिटिया , बस अपने करम का रोवत अही", काकी बोली । कुछ नहीं बिटिया , बस अपने करम का रोवत अही", काकी बोली ।