एल्बम
एल्बम
हमारी बीती बातों को हमसे
साझा करती है,
एल्बम
हमारी यादों को ताजा करती
है,
हमारे खट्टे-मीठे लम्हों को
अपने, सीने से लपेटे रहती है,
एल्बम
हमारी ढेरों तस्वीरों को खुद
में समेटे रहती है,
देखने बैठो, इसे तो, ये कभी
रूलाती है, कभी हंसाती है,
एल्बम
ऐसे कई भावों का हमें
अनुभव कराती है,
बीते वक्त का यह,अस्तित्व
नहीं खोने देती,
एल्बम
हमारी तस्वीरों को कभी
पुराना नहीं होने देती,
यह, प्रेम और अपनेपन का
खोल ओढ़े रहती है,
एल्बम
हमें, हमारे संस्कारों व रिती
-रिवाजों से जोड़े रहती है,
पर, नए दौर में इसकी, खुद
पहचान खो गई,
एल्बम
अब जैसे के बीते वक्त की
बात हो गई,
कुछ घडीयाँ आज भी इसके
बिना, होती न पूरी हैं,
एल्बम
के बिना आज भी कुछ,
तस्वीरें अधूरी हैं ।
