STORYMIRROR

S Ram Verma

Tragedy

2  

S Ram Verma

Tragedy

वजीर और ज़मीर !

वजीर और ज़मीर !

1 min
668

शतरंज में वज़ीर और इंसानों की जिंदगी में

ज़मीर मर भी जाए तो भी आजकल,


ना शतरंज का खेल खत्म होता है

ना ही इंसानों की जिंदगी खत्म होती है


क्योंकि वज़ीर युद्ध में जाते कहां है आजकल

और ज़मीर की जरूरत इंसानों को जीने के

लिए पड़ती कहां है आजकल !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy