उन्स...एक पुकार...एक प्यार
उन्स...एक पुकार...एक प्यार
जोगी रे...ए ए ए...
माही रे...ए ए ए...
जोगी तेरा जोगी हुआ,
माहिया रे माहिया
कैसे हुआ कुछ पता न चला,
बस तेरा ही हो गया !
याद अभी भी है वो पल,
बरसात का था वो मौसम
बेमंज़िल था मैं खड़ा,
सूनी थी राह हलचल दिल में भरा
देखी अप्सरा सी कोई मैंने तेरी सूरत वाली,
भूला होश खबर क्या होता !
जो देखी मुझको भी वो मतवाली,
आँखों ने कुछ ऐसा छुआ..
ऐसा छुआ तेरा ऐसा छुआ,
हल्का हल्का उन्स हुआ..
उन्स हुआ मुझे उन्स उन्स,
दिल को यह महसूस हुआ,
तू ही शब् और तू ही सुबह
उन्स हुआ उन्स हुआ मुझे,
उन्स हुआ तुमसे उन्स हुआ !
धूप तले जैसे छाँव मेरा,
साया तेरा साया तेरा,
हर ज़ख्म पे रे मरहम जैसा,
मुस्कान तेरा मुस्कान तेरा,
झोंका ये हवा का याद,
तेरा मुझको दिलाये
जो भर्ती तू सांसें तो,
ये भी महकने लग जाए !
साँसों से जो सांस मिला...
सांस मिला तेरा सांस मिला,
हल्का हल्का उन्स हुआ..
उन्स हुआ मुझे उन्स हुआ,
धड़कन को ये पता चला, तेरी लिए ही वो रहा
उन्स हुआ उन्स हुआ मुझे,
उन्स हुआ तुमसे उन्स हुआ !
तेरी ख्वाब कहीं न आये,
मैं बाख्योबी इसके लिए,
तेरा मैं देयनत दर खुदसे ही,
बेवफा हो जाऊ तुझसे न मगर
मुसर्रत है मेरी तू,इआज़ा भी मेरा !
तुम ही तलो ए आफताब,
और तुम ही घरूब आफताब मेरा,
जिस्म छीला जो किरण तेरा..
किरणे तेरा किरणें तेरा
हल्का हल्का उन्स हुआ...
उन्स हुआ मुझे उन्स हुआ
रूह को खबर सा मिला,
की तेरे लिए ही वो बना,
उन्स हुआ उन्स हुआ मुझे,
उन्स हुआ तुमसे उन्स हुआ !
ताबीर हो तुम ही हो ज़हनसीब,
इनायत हो रब की मेरी हो तहज़ीब,
साक़ी हैं तेरे नयन जो दीदार हुए,
जाम की छाया नाश,
हम जले ये है आतिशां,
अम्बरी ज़ुल्फें जब बिखरे तेरा,
जीना सौउबत बन जाए मेरा !
कहने को बचा भी है क्या,समझो न...
जानो न..के है ये उन्स मेरा...
छायी जब घटाये तेरी,
बरसी जब निगाहें तेरी
दिल पर जो कदम है रखा...
मुझको तुमसे उन्स हुआ,
उन्स हुआ उन्स हुआ उन्स हुआआ आ आ !
उन्स मेरा.... ये फितूर नहीं हैं,
उन्स मेरा....तुझको पुकार रही हैं,
सबके जैसा,पर उनसे ज़्यादा,
बढ़कर उनका हैं उन्स मेरा...
मेरा उन्स मेरा !