तू
तू
मेरी नज़र का उजाला तू है,मेरे ख्यालों की धरा तू है,
मेरा इरादा तू है, मेरा वादा भी तू है
अब चाहे तू निभा या सिरे से ही मुकर जा
मेरी चाहत का असर तुझसे है, मेरे सब इशारे तुझपे हैं,
मेरा आसमान नीला नहीं,तुझसे सतरंगा है
मेरी उड़ान मेरी उमीदों के पर तू है
मेरा घर तू मेरा पलंग तू मेरी नींद तू है
मेरे ख्वाब तू ही है
मेरे होठों पर चढ़े तराने तू
मेरे दिल के सब फ़साने तू है
मेरी कसम में भंवर तुझसे है,मेरी निगाहों में संवर तुझसे है
तुझसे प्यार नहीं,मोहब्बत नहीं,इश्क़ है तेरी सोहबत से
इसके बाद मेरा नसीब भी तुझसे है।